ठेकुआ (Thekua) का इतिहास छठ पूजा से गहराई से जुड़ा है। छठ पूजा सूर्य देवता और छठी मैया को समर्पित एक प्राचीन हिंदू त्योहार है, जिसमें प्रसाद के रूप में घर में बने व्यंजनों का महत्व है। ठेकुआ को मिट्टी के चूल्हे पर पकाया जाता था, जो इसके स्वाद में एक विशेष खुशबू जोड़ता है। मान्यता है कि यह प्रसाद सूर्य देवता को अर्पित करने से घर में समृद्धि और स्वास्थ्य का वरदान मिलता है। आज भी ग्रामीण इलाकों में इसे पारंपरिक तरीके से बनाने की परंपरा कायम है।

सामग्री (25-30 ठेकुआ (Thekua) के लिए)
- मुख्य सामग्री:
- 2 कप गेहूं का आटा
- 1 कप गुड़ (बारीक कसा हुआ या गुड़ पाउडर)
- 1/2 कप नारियल (कसा हुआ, वैकल्पिक)
- 1/4 कप घी
- 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
- 1/4 चम्मच सूखा अदरक पाउडर (वैकल्पिक)
- तलने के लिए घी या तेल

वैकल्पिक सामग्री:
- 2 चम्मच तिल
- 1/4 कप मावा (खोया)
- केसर के धागे (सजावट के लिए)
ठेकुआ (Thekua) बनाने की विस्तृत विधि
चरण 1: गुड़ की चाशनी तैयार करना
- गुड़ को पिघलाएँ: एक पैन में 1/4 कप पानी गर्म करें और इसमें गुड़ डालें। धीमी आँच पर गुड़ को पूरी तरह घुलने दें।
- छान लें: चाशनी को एक छलनी से छान लें ताकि कचरा निकल जाए।
आटा गूँथना
- आटे में मसाले मिलाएँ: एक बड़े बाउल में गेहूं का आटा, इलायची पाउडर, सूखा अदरक पाउडर, और नारियल डालें।
- चाशनी डालें: गर्म गुड़ की चाशनी को आटे में धीरे-धीरे डालें और चम्मच से मिलाएँ।
- घी डालकर गूँथें: हाथों से आटा गूँथें और घी डालकर इसे कुरकुरा और मुलायम बनाएँ। आटा न तो बहुत कड़ा हो और न ही चिपचिपा।
ठेकुआ (Thekua) का आकार देना
- आटे की लोइयाँ बनाएँ: आटे से छोटे नींबू के आकार के गोले बनाएँ।
- मोल्ड से डिज़ाइन दें: प्रत्येक गोले को ठेकुआ के पारंपरिक मोल्ड (जिस पर फूल या ज्यामितीय पैटर्न बना हो) में दबाकर आकार दें। अगर मोल्ड नहीं है, तो रोटी बेलकर कटोरी से गोल आकार काट लें।

ठेकुआ (Thekua) तलना
- तेल गर्म करें: कढ़ाई में घी या तेल गर्म करें। तापमान मीडियम रखें।
- धीमी आँच पर तलें: ठेकुआ को तेल में डालें और हल्का सुनहरा होने तक तलें। इसे बार-बार पलटें ताकि यह समान रूप से पके।
- निकालकर सुखाएँ: तले हुए ठेकुआ को किचन टॉवल पर निकालकर अतिरिक्त तेल सोख लें।

परफेक्ट ठेकुआ (Thekua) बनाने के टिप्स
- आटे की स्थिरता: आटा कड़ा होने पर ठेकुआ कठोर हो जाता है। अगर चिपचिपा लगे, तो थोड़ा आटा डालें।
- तलने का तापमान: तेल बहुत गर्म होने पर ठेकुआ जल जाएगा, और कम गर्म होने पर तेल सोख लेगा।
- गुड़ की शुद्धता: गुड़ में कचरा होने से चाशनी कड़वी हो सकती है। हमेशा छानकर इस्तेमाल करें।
रचनात्मक तरीके
- मावा ठेकुआ: आटे में भुना हुआ मावा मिलाएँ।
- मल्टीग्रेन ठेकुआ: गेहूं के आटे में जौ या रागी का आटा मिलाएँ।
- नमकीन ठेकुआ: गुड़ की जगह नमक, जीरा, और हरी मिर्च डालें।
स्टोरेज और शेल्फ लाइफ
- एयरटाइट कंटेनर: ठेकुआ को 2-3 सप्ताह तक स्टोर कर सकते हैं।
- नमी से बचाएँ: नमी आने पर ठेकुआ नरम हो जाता है।
निष्कर्ष
ठेकुआ बनाना न सिर्फ आपकी रसोई कौशल को निखारता है बल्कि पारंपरिक त्योहारों की भावना को जीवंत रखता है। इस रेसिपी को अपनाकर आप छठ पूजा की पवित्रता को घर ला सकते हैं।
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