पोहा (Poha) भारत के सबसे लोकप्रिय नाश्तों में से एक है, विशेषकर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, और गुजरात में। यह हल्का, पौष्टिक, और बनाने में आसान होता है। चावल के फ्लैकन्स (चिउड़ा) से तैयार किया जाने वाला यह व्यंजन न केवल स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। आइए जानते हैं पोहा बनाने की पारंपरिक विधि, इसकी विविधताएँ, और कुछ खास टिप्स!

सामग्री (4 लोगों के लिए)
- पोहा (चिउड़ा) – 2 कप (मोटा या पतला, पसंद अनुसार)
- तेल – 2-3 बड़े चम्मच (सरसों या रिफाइंड)
- राई (सरसों के बीज) – 1/2 छोटी चम्मच
- कढ़ी पत्ता – 8-10 पत्तियाँ
- हरी मिर्च – 2-3 (बारीक कटी हुई)
- प्याज – 1 मध्यम आकार (बारीक कटी हुई)
- आलू – 1 मध्यम आकार (छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
- हल्दी पाउडर – 1/2 छोटी चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- चीनी – 1 छोटी चम्मच (वैकल्पिक)
- नींबू का रस – 1 बड़ा चम्मच
- धनिया पत्ती – गार्निश के लिए
- नारियल – बारीक कटा हुआ (वैकल्पिक)
- सेव – तलने के लिए (वैकल्पिक)
बनाने की विधि
पोहा (Poha) की तैयारी
- पोहा (Poha) को एक बड़े छलनी में डालकर हल्के हाथों से धो लें। ध्यान रखें: पतले पोहे को केवल 2-3 मिनट पानी में भिगोएँ, मोटे पोहे को 5-7 मिनट। अधिक पानी या समय से पोहा गल सकता है।
- छलनी में पोहा छानकर नमी बचाएँ। उस पर हल्दी पाउडर और थोड़ा नमक छिड़कें, फिर हल्के हाथों से मिलाएँ ताकि सभी फ्लेक्स रंगीन हो जाएँ।

तड़का तैयार करना
- कड़ाही में तेल गर्म करें। तेल गर्म होने पर राई डालें। जब राई चटकने लगे, तब कढ़ी पत्ता और हरी मिर्च डालें।
- अब प्याज़ डालकर सुनहरा होने तक भूनें। फिर आलू के टुकड़े डालकर मध्यम आँच पर नरम होने तक पकाएँ। आलू को ढककर पकाने से समय बचता है।
पोहा (Poha) मिलाना
- आलू के पक जाने पर तैयार पोहा कड़ाही में डालें। चीनी, नमक, और नींबू का रस मिलाएँ। हल्के हाथों से चलाएँ ताकि पोहा टूटे नहीं।
- 2-3 मिनट धीमी आँच पर पकाएँ, फिर गैस बंद कर दें।

गार्निशिंग और सर्विंग
गर्म पोहे को धनिया पत्ती और नारियल से सजाएँ। सेव के साथ परोसें।
विभिन्न प्रकार के पोहा (Poha)
- कांदा पोहा (महाराष्ट्रियन स्टाइल): इसमें ज्यादा प्याज़ और नारियल का उपयोग होता है।
- इंदौरी पोहा: यह मीठा-तीखा होता है और पोहे पर पीली मूंग दाल की बड़ी डाली जाती है।
- केले का पोहा (दक्षिण भारतीय): केले के टुकड़ों और मूंगफली के साथ बनाया जाता है।
- पोहा चिवड़ा: सूखा और मसालेदार, जिसे नाश्ते में खाया जाता है।
पोहा (Poha) बनाने के टिप्स
- पोहा चुनना: नाश्ते के लिए पतला पोहा बेहतर, जबकि मोटा पोहा उपमा या खिचड़ी के लिए।
- नमी का ध्यान: पोहा धोने के बाद अतिरिक्त पानी निथार लें, नहीं तो वह गल जाएगा।
- मसाले: महाराष्ट्रियन स्वाद के लिए गोडा मसाला मिलाएँ।
- प्रोटीन बूस्ट: मूंगफली या पनीर डालकर इसे और पौष्टिक बनाएँ।
पोहा (Poha) के स्वास्थ्य लाभ
- आसान पाचन: चिउड़ा फर्मेंटेड होता है, जो पेट के लिए हल्का होता है।
- आयरन और फाइबर: चावल के फ्लेक्स में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
- लो कैलोरी: वजन घटाने वालों के लिए आदर्श नाश्ता।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. पोहा क्यों चिपचिपा हो जाता है?
→ अधिक पानी या लंबे समय तक भिगोने से। पतले पोहे को केवल 2 मिनट ही भिगोएँ।
2. क्या पोहा ग्लूटेन-फ्री है?
→ हाँ, यदि शुद्ध चावल से बना हो तो।
3. पोहा को क्रिस्पी कैसे बनाएँ?
→ इसे तेल में हल्का तल लें या सेव के साथ परोसें।
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