गुजिया (Gujiya) एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जो विशेष रूप से होली और अन्य त्योहारों के अवसर पर बनाई जाती है। यह मिठाई अपने मीठे और कुरकुरे स्वाद के लिए जानी जाती है और इसे घर पर बनाना काफी आसान है। गुजिया को मैदा या गेहूं के आटे से बनाया जाता है और इसे खोया (मावा), सूखे मेवे और चीनी से भरा जाता है। इस लेख में हम गुजिया के इतिहास, बनाने की विधि, इसके स्वास्थ्य लाभ और इसकी लोकप्रियता के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

गुजिया (Gujiya) का इतिहास
गुजिया का इतिहास काफी पुराना है और यह भारतीय मिठाइयों की समृद्ध परंपरा का हिस्सा है। गुजिया का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भी मिलता है, जहां इसे त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाई जाने वाली मिठाई के रूप में वर्णित किया गया है। गुजिया मुख्य रूप से उत्तर भारत में लोकप्रिय है, विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में। यह मिठाई होली के त्योहार के दौरान विशेष रूप से बनाई जाती है और इसे घर-घर में बांटा जाता है।
गुजिया (Gujiya) की उत्पत्ति के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि यह मिठाई मुगल काल में विकसित हुई थी। मुगल शासकों को मीठे व्यंजनों का बहुत शौक था और उनके दरबार में कई तरह की मिठाइयाँ बनाई जाती थीं। गुजिया को भी मुगल शासकों के समय में एक विशेष मिठाई के रूप में विकसित किया गया था और यह धीरे-धीरे पूरे भारत में लोकप्रिय हो गई।
गुजिया (Gujiya) बनाने की विधि
गुजिया (Gujiya) बनाने की विधि काफी सरल है, लेकिन इसे बनाने में थोड़ा समय और धैर्य की आवश्यकता होती है। यहाँ हम आपको गुजिया बनाने की पूरी विधि बता रहे हैं:
सामग्री:
- 2 कप मैदा
- 1/2 कप घी
- पानी (आटा गूंथने के लिए)
- 1 कप खोया (मावा)
- 1/2 कप चीनी
- 1/4 कप सूखे मेवे (काजू, बादाम, पिस्ता)
- 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- तेल या घी (तलने के लिए)
विधि:
आटा तैयार करना: सबसे पहले मैदा को एक बड़े कटोरे में डालें और उसमें घी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। घी को मैदे में मिलाने से आटा कुरकुरा हो जाता है। फिर धीरे-धीरे पानी डालकर आटा गूंथ लें। आटा न तो बहुत नरम होना चाहिए और न ही बहुत सख्त। आटे को एक तौलिए से ढककर 20-30 मिनट के लिए रख दें।
भरावन तैयार करना: एक कढ़ाई में खोया डालकर भूनें। खोया को तब तक भूनें जब तक कि वह हल्का सुनहरा न हो जाए। फिर इसमें चीनी, सूखे मेवे और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। भरावन तैयार है।

गुजिया का आकार देना: आटे को छोटे-छोटे गोलों में बांट लें और हर गोले को बेलकर छोटी रोटी की तरह बना लें। रोटी के बीच में भरावन डालकर उसे अच्छी तरह से बंद कर दें। गुजिया के किनारों को कांटे से दबाकर सजा दें ताकि वह अच्छी तरह से बंद हो जाए।
गुजिया तलना: एक कढ़ाई में तेल या घी गर्म करें और उसमें गुजिया को धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तलें। गुजिया को तब तक तलें जब तक कि वह कुरकुरी और सुनहरी न हो जाए। तली हुई गुजिया को तेल से निकालकर किचन टिश्यू पर रख दें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।

सजावट:गुजिया को एक प्लेट में निकालें और ऊपर से सूखे मेवे से सजाएं। गुजिया तैयार है।
गुजिया (Gujiya) के स्वास्थ्य लाभ
- ऊर्जा का स्रोत: गुजिया में खोया और सूखे मेवे होते हैं, जो ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत हैं। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और थकान को दूर करने में मदद करता है।
- हड्डियों के लिए फायदेमंद: गुजिया में घी और सूखे मेवे होते हैं, जो हड्डियों के लिए फायदेमंद होते हैं। घी में कैल्शियम और विटामिन डी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद: गुजिया में सूखे मेवे होते हैं, जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है।
- पाचन के लिए फायदेमंद: गुजिया में घी होता है, जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है। यह पाचन को सुधारने और कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक: गुजिया में सूखे मेवे होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
गुजिया (Gujiya) की लोकप्रियता
गुजिया (Gujiya) की लोकप्रियता का मुख्य कारण इसका अनूठा स्वाद और सरल बनाने की विधि है। यह मिठाई न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हो रही है। गुजिया को त्योहारों, शादियों और अन्य विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। इसके अलावा, यह मिठाई स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच भी लोकप्रिय है क्योंकि इसे कम चीनी और घी के साथ भी बनाया जा सकता है।
गुजिया (Gujiya) की लोकप्रियता का एक और कारण यह है कि इसे बनाने में कम समय लगता है और यह बजट के अनुकूल भी है। यह मिठाई न केवल घर पर बनाई जा सकती है बल्कि बाजार में भी आसानी से उपलब्ध है। आजकल कई मिठाई की दुकानों में गुजिया को विशेष रूप से तैयार किया जाता है और यह ग्राहकों के बीच काफी पसंद की जाती है।
निष्कर्ष
गुजिया (Gujiya) एक ऐसी मिठाई है जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। यह मिठाई भारतीय मिठाइयों की समृद्ध परंपरा का एक अहम हिस्सा है और इसे बनाने की विधि काफी सरल है। गुजिया के स्वास्थ्य लाभ इसे और भी खास बनाते हैं और यही कारण है कि यह मिठाई लोगों के बीच इतनी लोकप्रिय है। अगर आपने अभी तक गुजिया नहीं खाई है, तो इसे एक बार जरूर आजमाएं और इसके अनूठे स्वाद का आनंद लें।
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