गाजर का हलवा (Gajar Ka Halwa) भारतीय मिठाइयों में से एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे सर्दियों के मौसम में विशेष रूप से बनाया जाता है। यह एक पारंपरिक मिठाई है, जिसे दूध, गाजर, घी, चीनी और सूखे मेवों से तैयार किया जाता है। इसकी खुशबू और स्वाद इसे हर किसी का पसंदीदा बना देता है। गाजर का हलवा Gajar Ka Halwa न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें गाजर के पोषक तत्व, दूध की शक्ति, और मेवों की ऊर्जा होती है।

गाजर का हलवा (Gajar Ka Halwa) बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
गाजर का हलवा (Gajar Ka Halwa) बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्रियों की आवश्यकता होती है:
- गाजर – 1 किलो (ताजा, लाल और रसदार)
- दूध – 1 लीटर (फुल क्रीम दूध हो तो बेहतर)
- घी – 4 बड़े चम्मच
- चीनी – 250 ग्राम (स्वादानुसार कम या अधिक कर सकते हैं)
- मावा (खोया) – 200 ग्राम
- काजू – 10-12 (कटे हुए)
- बादाम – 10-12 (बारीक कटे हुए)
- पिस्ता – 8-10 (बारीक कटे हुए)
- किशमिश – 15-20 दाने
- इलायची पाउडर – 1 छोटा चम्मच

गाजर का हलवा (Gajar Ka Halwa) बनाने की विधि
गाजर को छीलकर कद्दूकस करना
सबसे पहले गाजर को अच्छे से धो लें ताकि उन पर जमी मिट्टी हट जाए। फिर उन्हें छील लें और कद्दूकस कर लें। गाजर जितनी अच्छी तरह से कद्दूकस की जाएगी, हलवा उतना ही बढ़िया बनेगा।

दूध उबालना और गाजर पकाना
एक भारी तले वाले पैन या कड़ाही में दूध डालें और उसे मध्यम आंच पर गरम करें। जब दूध में उबाल आ जाए, तो उसमें कद्दूकस की हुई गाजर डाल दें। इसे लगातार चलाते रहें ताकि दूध और गाजर अच्छे से मिल जाएँ।
दूध गाढ़ा होने तक पकाना
अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर पकने दें। बीच-बीच में चमचे से चलाते रहें ताकि दूध तली में चिपके नहीं। दूध धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगेगा और गाजर भी नरम हो जाएगी।

चीनी और घी डालना
जब दूध पूरी तरह से सूख जाए और गाजर नरम हो जाए, तो उसमें चीनी डाल दें। चीनी डालने के बाद हलवा थोड़ा पतला हो जाएगा क्योंकि चीनी पिघलकर पानी छोड़ती है। इसे धीमी आंच पर चलाते रहें। अब घी डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। घी डालने से हलवे में चमक आ जाएगी और स्वाद भी बेहतरीन हो जाएगा।
मावा और मेवे डालना
अब मावा (खोया) को हलवे में डालकर अच्छे से मिलाएं। मावा डालने से हलवे का स्वाद और भी समृद्ध हो जाता है। इसके बाद कटे हुए काजू, बादाम, पिस्ता और किशमिश डालकर हलवे को 5-7 मिनट तक और पकाएँ।

इलायची पाउडर डालना और हलवे को पकाना
अब हलवे में इलायची पाउडर डालें, जिससे उसमें अच्छी खुशबू आ जाएगी। इसे अच्छे से मिलाएं और 2-3 मिनट तक और पकने दें। जब हलवा कड़ाही छोड़ने लगे और घी किनारों पर दिखने लगे, तो समझिए कि हलवा तैयार हो गया है।
हलवे को परोसना
गाजर का हलवा Gajar Ka Halwa अब पूरी तरह से तैयार है। इसे कटे हुए मेवों से सजाएँ और गरमा-गरम परोसें।
गाजर के हलवे (Gajar Ka Halwa) के फायदे
गाजर का हलवा न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। आइए जानें इसके कुछ फायदे:
- आंखों की रोशनी बढ़ाए: गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होता है, जो आंखों की रोशनी के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाए: इसमें मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- त्वचा के लिए लाभदायक: गाजर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा को निखारने में मदद करते हैं।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है: दूध, मेवे और गाजर से बने इस हलवे में भरपूर पोषण होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- सर्दियों में गर्मी देता है: ठंड के मौसम में यह शरीर को गर्म रखता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
गाजर का हलवा (Gajar Ka Halwa) बनाने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स
- ताजी और लाल गाजर का ही इस्तेमाल करें क्योंकि यह हलवे को बेहतरीन स्वाद और रंग प्रदान करता है।
- यदि आप हलवा ज्यादा समय तक रखना चाहते हैं तो इसे फ्रिज में स्टोर करें और परोसने से पहले हल्का गरम कर लें।
- हलवे में अधिक स्वाद के लिए देसी घी का ही उपयोग करें।
- चीनी की मात्रा अपने स्वादानुसार कम या ज्यादा कर सकते हैं।
- मावा न होने पर आप कंडेंस्ड मिल्क या मिल्क पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- यदि आप हलवा अधिक मलाईदार बनाना चाहते हैं तो दूध को उबालकर थोड़ा गाढ़ा कर लें।

निष्कर्ष
गाजर का हलवा एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जो हर किसी को पसंद आती है। यह खासकर सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है क्योंकि यह ठंड में शरीर को गर्मी और पोषण प्रदान करता है। इसकी बनाने की विधि