नमकीन मठरी (Namkin Mathari) – भारतीय व्यंजनों में मठरी का विशेष स्थान है। यह एक पारंपरिक नमकीन नाश्ता है, जो अक्सर त्योहारों, व्रत, या चाय के साथ परोसा जाता है। मठरी की खस्ता बनावट और मसालेदार स्वाद इसे अनूठा बनाते हैं। इसे बनाने की विधि सरल है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे आटे का गूंथना, तेल का तापमान, और मसालों का संतुलन। इस लेख में हम स्टेप बाय स्टेप नमकीन मठरी (Namkin Mathari) बनाना सीखेंगे, साथ ही कुछ खास टिप्स और वेरिएशन्स भी जानेंगे।

(Namkin Mathari) का इतिहास और महत्व
मठरी (Namkin Mathari) उत्तर भारत, खासकर राजस्थान और उत्तर प्रदेश की पारंपरिक रेसिपी है। इसे व्रत के दौरान “सिंधी मठरी” या “सेंधा नमक वाली मठरी” के रूप में भी बनाया जाता है। गेहूं के आटे, मसालों, और घी से तैयार यह नाश्ता लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है, इसलिए यह यात्रा या पिकनिक के लिए आदर्श है।
सामग्री (Ingredients in Hindi)
- 2 कप गेहूं का आटा (250 ग्राम)
- 3 बड़े चम्मच घी या रिफाइंड तेल
- 1 छोटी चम्मच अजवाइन (Carom Seeds)
- 1 छोटी चम्मच कलौंजी (Nigella Seeds)
- 1/2 छोटी चम्मच हींग (Asafoetida)
- 1 छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 1 छोटी चम्मच धनिया पाउडर
- स्वादानुसार सेंधा नमक या सामान्य नमक
- तलने के लिए तेल या घी
नोट: व्रत वाली मठरी के लिए सेंधा नमक और कुट्टू का आटा इस्तेमाल करें।

बनाने की विधि (Step-by-Step Instructions)
1. आटा गूंथना (Kneading the Dough)
- एक बड़े कटोरे में गेहूं का आटा लें।
- इसमें घी, अजवाइन, कलौंजी, हींग, लाल मिर्च, धनिया पाउडर, और नमक मिलाएं।
- अच्छी तरह मिक्स करें, ताकि घी आटे में समा जाए।
- धीरे-धीरे ठंडा पानी डालकर कड़ा आटा गूंथें।
- आटा चिकना और बिना दरारें वाला होना चाहिए। इसे 20 मिनट के लिए ढककर रख दें।
टिप: आटा ज्यादा नरम न हो, नहीं तो मठरी तलते समय फूल जाएगी।
सावधानी: तेल ज्यादा गरम होने पर मठरी जल सकती है, और कम तापमान पर यह तेल सोख लेगी।
2. मठरी को आकार देना (Shaping the Mathari)
- आटे को छोटे-छोटे बेलन (लोंगे) बनाएं।
- हर एक लोंगे को हथेली से दबाकर गोल आकार दें या बेलन से पतला बेल लें।
- कांटे से मठरी पर हल्के निशान बनाएं, ताकि तलते समय यह फूल न पाए।
विकल्प: कुछ लोग मठरी को छोटे गोल पूरी की तरह बेलकर भी बनाते हैं।

3. मठरी तलना (Frying the Mathri)
- कढ़ाई में तेल गर्म करें। तेल मध्यम आंच पर गरम होना चाहिए।
- एक टुकड़ा आटा डालकर चेक करें: अगर वह धीरे-धीरे ऊपर आए, तो तेल सही तापमान पर है।
- मठरी को तेल में डालें और हल्की आंच पर सुनहरा होने तक तलें।
- निकालकर किचन टॉवल पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।

वैरायटीज़
- मसाला मठरी: इसमें भुना जीरा पाउडर या चाट मसाला मिलाएँ।
- मेथी मठरी: आटे में कटी हुई मेथी पत्तियाँ डालें।
- बेक्ड मठरी: स्वास्थ्यवर्धक विकल्प के लिए 180°C पर 25-30 मिनट बेक करें।
निष्कर्ष
घर पर बनी मठरी (Namkin Mathari) बाजार की तुलना में स्वास्थ्यकर और स्वादिष्ट होती है। इस रेसिपी को फॉलो करके आप भी अपने परिवार के लिए बना सकते हैं। अगर आपको यह गाइड पसंद आई हो, तो इसे शेयर जरूर करें!
सर्विंग सजेशन
मठरी को चटनी, अचार, या दही के साथ परोसें। यह रायता या चाय के साथ भी बेहतरीन लगती है।
हलवाई जैसा खस्ता और नमकीन मठरी बनाने का तरीका जिसे आप महिनो तक स्टोर कर सकते हैं।